पायरिया का घरेलू उपचार
पायरिया दाँत-मसूड़ों का एक रोग है। यह रोग शरीर में कैल्शियम की कमी होने, मसूड़ों की खराबी व दाँत गन्दे रखने से होता है। इस रोग में मसूड़े पिलपिले व खराब हो जाते हैं, उनसे खून आता है। यदि इस पर तुरंत नियंत्रण न किया गया तो यह गंभीर रूप धारण कर लेता है।इस रोग का घरेलू उपचार इस प्रकार है-
* सादी तम्बाकू, पर्याप्त मात्रा में लेकर तवे पर काला होने तक भूनें। फिर पीसकर कपड़छान कर महीन चूर्ण कर लें। इसके वजन से आधी मात्रा में सेंधा नमक और फिटकरी बराबर मात्रा में लेकर पीस लें और तीनों को मिलाकर तीन बार छान लें, ताकि ये एक जान हो जाएँ।इस मिश्रण को थोड़ी मात्रा में हथेली पर रखकर इस पर नीबू के रस की 5-6 बूंदें टपका दें। अब इससे दाँतों व मसूढ़ों पर लगाकर हल्के-हल्के ऊँगली से मालिश करें। यह प्रयोग सुबह और रात को सोने से पहले 10 मिनट तक करके पानी से कुल्ला करके मुँह साफ कर लें। दो-तीन माह में मसूड़े स्वस्थ, दाँत मजबूत हो जाते हैं और पायरिया रोग चला जाता है।
जो लोग तम्बाकू खाते हैं, उन्हें इस मंजन के प्रयोग में परेशानी नहीं होगी, परंतु जो तम्बाकू का प्रयोग नहीं करते व बच्चों को इसके प्रयोग में तकलीफ होगी, लेकिन बाद में आदत हो जाएगी। इस मंजन को करते समय थूक कदापि न निगलें, तम्बाकूयुक्त लार पेट में कदापि न जाने पाए। यह नुस्खा लाजवाब सिद्ध होगा।
* नीम के पत्ते साफ कर के छाया में सुखा लें। अच्छी तरह सूख जाएं तब एक बर्तन में रखकर जला दें और बर्तन को तुरंत ढँक दें। पत्ते जलकर काले हो जाएंगे और इसकी राख काली होगी। इसे पीसकर कपड़छान कर लें। जितनी राख हो, उतनी मात्रा में सेंधा नमक पीसकर शीशी में भर लें। इस चूर्ण से तीन-चार बार मंजन कर कुल्ले कर लें। भोजन के बाद दाँतों की ठीक से सफाई कर लें। यह नुस्खा अत्यंत गुणकारी है।
(स्रोत - वेबदुनिया)
Tuesday, December 11, 2007
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